President Draupadi Murmu : राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू महिला सम्मान व्यवहार में लाने की जरूरत मुर्मू
Rastrpati Dropti Murmu : राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने कहा कि महिला सम्मान केवल शब्दों में नहीं बल्कि व्यवहार में लाने की जरूरत है किसी भी समाज के विकास का एक महत्वपूर्ण मानक वहां महिलाओं की स्थिति है वैसे ही देश महिला शक्ति करण की दिशा में आगे बढ़ रहा है ऐसे में अभिभावकों को व शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि राष्ट्रपति ने यह टिप्पणी की है जब देश में महिला सुरक्षा और सम्मान को लेकर नए सिरे से बहस शुरू हुई है, जिसमें वह बच्चों को सिखाता है कि वे हर समय महिलाओं की गरिमा के अनुकूल व्यवहार करें। साथ ही, इन घटनाओं से समाज का एक बड़ा वर्ग विचलित है।
राष्ट्रपति मुर्मू गुरुवार को शिक्षा दिवस के मौके पर आयोजित राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित कर रही थी इस मौके पर उन्होंने देश के करीब 82 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया इनमें स्कूलों में पढ़ने वाले 50 शिक्षकों के अलावा उच्च शिक्षण संस्थानों और कौशल विकास में पढ़ने वाले 1616 शिक्षक भी शामिल थे
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राष्ट्रपति ने कहा कि मैं भी शिक्षक रहा हूं, इसलिए मेरे अंदर का शिक्षक फिर से जीवित होता है जब मैं शिक्षकों और बच्चों के बच्चों के बीच हूँ। जीवन में आगे बढ़ना सफलता है, लेकिन सफल जीवन का अर्थ है कि हम दूसरों की सेवा करते हैं, करुणा करते हैं और एक सात्विक जीवन जीते हैं। आप बच्चों को ठीक-ठीक समझाना है।
उन्होंने कहा कि एक शिक्षक अपने आचरण और विचारों से विद्यार्थियों के जीवन में अमित छाप छोड़ सकता है उन्होंने राष्ट्रपति महात्मा गांधी व गुरु रविंद्र नाथ टैगोर को भी याद किया उन्होंने गांधी जी का एक कथन सभी को सुनाया जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें शिक्षकों ने पुस्तकों से जो कुछ पढ़ाया सिखाया है वह उन्हें बहुत कम याद रहा लेकिन किताबों से हटकर जो कुछ सिखाया था वह उन्हें बहुत याद रहा
राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षकों का कर्तव्य है कि वे ऐसे नागरिक तैयार करें जो न केवल शिक्षित हों बल्कि संवेदनशील, ईमानदार और उद्यमी भी हों। उन्होंने कहा, “सफलता जीवन में आगे बढ़ना है, लेकिन जीवन का अर्थ दूसरों के कल्याण के लिए काम करना है। हमारे अंदर करुणा होनी चाहिए। हमारा आचरण नैतिक होना चाहिए। एक सफल जीवन एक सार्थक जीवन में निहित है। छात्रों को ये मूल्य सिखाना शिक्षकों का कर्तव्य है।”
NOTE :
शिक्षक दिवस के अवसर पर गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने शिक्षका को सम्मानित किया
शिक्षण व्यवस्था और शिक्षक जिम्मेदार हैं अगर बच्चे अच्छे प्रदर्शन नहीं करते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि कोई बच्चा यदि अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पता है तो इनमें शिक्षण व्यवस्था और शिक्षकों की ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी होती है किसी भी व्यक्ति की सफलता में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका शिक्षकों की होती है उन्होंने कहा कि शिक्षण कार्य एक नौकरी नहीं है बल्कि मानव निर्माण का एक पवित्र अभियान है वह अपने ज्ञानाजर्न की प्रक्रिया को निरंत्रण बनाए रखें इससे आपका अध्यापन अधिक रुचिकर और प्रशंसगिक बना रहेगा