Jyothy Labs Story: आज के इस आर्टिकल में हम ऐसे बिजनेस कि कहानी के बारे में बताने वाले हैं जिसे पढ़ने के बाद आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा इस कहानी से आप यह जानेंगे की कैसे एक इंसान बार-बार फैल होने के बाद भी आप अपने जिंदगी में बहुत कुछ कर सकता हैं। आप सभी ने उजाला नील का नाम जरूर सुना होगा और कभी न कभी उजाला नील का उपयोग भी किया ही होगा।
आप सभी को हम बता दें कि 90 के दशक में उजाला नील काफी ज्यादा प्रसिद्ध था,इसके साथ ही हर घरों में कपडे धोने के लिए इसका काफी ईस्तेमाल किया जाता था, और तो और अभी भी बहुत सारे लोग कपड़ा धोने के लिए उजाला नील का उपयोग या इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आप सभी में से बहुत लोगों को यह पता नहीं होगा की उजाला नील किस कंपनी का हैं और इसके फाउंडर कौन हैं।
अगर आप सभी को नहीं पता है तो आज हम इस लेख के मदद से उजाला नील बनाने वाली कंपनी Jyothy Labs Story के बारे में जानेंगे और तो और इसके साथ ही इनके फाउंडर एम.पी रामचंद्रन जी के बारे में बहुत कुछ जानेंगे कि किस तरह उन्होंने इस कंपनी को स्टार्ट किया,और आज के समय में इतनी बड़ी सफलता प्राप्त किए है! आपको हम यह भी जानकारी देंगे कि Jyothy Labs कंपनी की अभी के समय मे Valuation 14000 करोड़ रुपए हैं।
Jyothy Labs Story Overview
Article Title | Jyothy Labs Story |
Startup Name | Jyothy Labs Limited |
Founder | Moothedath Panjan Ramachandran |
Homeplace | Kerala, India |
CEO (2023) | Moothedath Jyothy |
Official Website | https://jyothylabs.com/ |
Jyothy Labs Story Idea
आप सभी को बता दें कि M.P. रामचंद्र जी भारत के केरला राज्य के निवासी थे, जिन्होंने अपना पोस्ट ग्रेजुएशन कम्प्लीट करने के बाद अकाउंटेंट का जॉब करना शुरू किया था। लेकिन उनका मन बचपन से ही अपना खुद का बिजनेस करने के बारे में सोचे थे,और तो और कुछ नया लोगो से हटकर अपना बिजनेस करना चाहते थे!
अचानक ही एक दिन रामचंद्र जी ने बैठे-बैठे सोचे कि अभी तक कोई भी कपड़ो के लिए अच्छा व्हाइटनर नहीं हैं,क्यों ना मैं एक नया व्हाइटनर बनाउ जिसके मदद से कपडे अच्छे तरीके से धूल सके और इसके साथ ही अपना नया बिजनेस भी शुरू हो जाएगा,इसके बाद ही रामचंद जी अपने इस व्हाइटनर बनाउ बिजनेस को स्टार्ट कर लेते हैं!
भाई से उधार लिए ₹5,000
आप सभी कि जानकारी के लिए हम बता देना चाहते हैं की 1983 में रामचंद्रन जी ने इस बिजनेस को अपने शहर केरला में ही शुरू किया था, लेकिन ज्यादा पैसा न होने के कारण उन्होंने अपने पारिवारिक जमीन पर ही एक अस्थायी कंपनी को स्टार्ट किया था। जिसके कारण रामचंद्र जी को अपने भाई से 5000 रुपए उधार भी लेने पड़ गया था, लेकिन आज के समय में उनकी कली मेहनत के कारण ये 5000 रुपए उधार से शुरू कि गयी कंपनी करोड़ो की बन चुकी हैं।
आपको बता दें कि रामचंद जी ने अपने इस कंपनी का नाम अपने बेटी ज्योति के नाम पर रखकर स्टार्ट किए थे, जिसे अभी के इस समय में Jyothy Labs के नाम से जाना जाता हैं! रामचंद्र जी अपने अपने तजुर्बे के सहायता से उजाला सुप्रीम लिक्विड फैब्रिक व्हाइटनर बनाया था, जिसने मार्किट में आते ही धूम मचा डाली थी।
Jyothy Labs Story Interview
Conclusion
तो आज की इस आर्टिकल में हमने जाना Jyothy Labs Story के बारे में तो अगर आपको ये आर्टिकल अच्छा लगा हो तो हमारे टेलीग्राम चैनल को जरूर से ज्वाइन करें और निचे कमेंट सेक्शन में अपना फीडबैक जरूर दे।
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